*Subject-Pretreatment*


(Topic) - नमस्कार दोस्तो आज मैं बहुत दिनों के बाद पोस्ट लिखने जा रहा हु, आज हम नए टॉपिक पर बात करेंगे, वो टॉपिक होगा पेंट एप्पलीकेशन से रिलेटेड की Metal (Iron, Steel) की सरफेस का  Pretreatment और Surface Treatment  कैसे करते है, ओर क्यो करते है, और कौन कौन से स्टेप होते है।आदि इस पोस्ट के माध्यम से हम आप सब तक जानकारी देंगे।

Pretreatment

-What is Pretreatment Process-

Surface Treatment - Surface ट्रीटमेंट निम्न कारणों की वजह से करते है। 

  • surface पर Coating का Adhesion Power की क्षमता बढ़ जाये।  जिससे सरफेस पर की गई कोटिंग का durability बढ़ जाये।

Surface Treatment दो प्रकार का होता है।

1- फिजिकल ट्रीटमेंट

2- केमिकल ट्रीटमेंट


Physical treatment- इसके अंतर्गत सरफेस व treating material के बीच कोई केमिकल रिएक्शन नही होता है ,इसे दो प्रकार से करते है, 


1- मैकेनिकल क्लीनिंग- इस प्रक्रिया में सरफेस को किसी अब्रेसिव मटेरियल से किया जाता है,अतः इसे मशीन या हाथो से करते है।

यह दो प्रकार की होती है।

a- इमरी पेपर- इसका प्रयोग डायरेक्ट सरफेस पर उसी जगह प्रयोग करते है, जहा पर जंग इत्यादि, लगा हो।


b- शॉट ब्लास्टिंग- यह सरफेस प्रिपरेशन का बहुत प्रभावी ढंग है, इस प्रक्रिया ने सरफेस पर छोटे छोटे ग्लास बीड से ब्लास्टिंग कराया जाता है, 

ब्लास्टिंग भी दो प्रकार की होती है,

A- वेट शॉट ब्लास्टिंग

B- ड्राई शॉट ब्लास्टिंग

ज्यादातर इंडस्ट्री में Wet Shot Blasting का इस्तेमाल किया जाता है, 

क्योकि  ड्राई ब्लास्टिंग ह्यूमन बॉडी के लिए बहुत हार्म फुल होती है।इसलिए ड्राई ब्लास्टिंग लगभग बंद हो चुकी है।

Chemical Cleaning- इस प्रक्रिया में सरफेस की क्लीनिंग केमिकल के द्वारा की जाती है।केमिकल क्लीनिंग में निम्न प्रोसेस अपनाते है।

Chemical cleaning

1- Degreasing - जब किसी मेटल सरफेस पर oil Content या ग्रीस आदि को रिमूव करने के लिए , Solution से रिंज करते है, जिसके बाद सरफेस का एडहेसिव पावर व corrosion Resistance power भी बढ़ जाती है।

2- Wiping - इस प्रोसेस में मेटल की सरफेस को TriChloroEthylene के सलूशन से धोते है।जिसके बाद सरफेस से आयल,ग्रीस व डस्ट इत्यादि, रिमूव हो जाती है।

Chemical Treatment- इस प्रक्रिया में सरफेस व treating मटेरियल से क्रिया करके ,एक प्रोटेक्टिव लेयर बन जाती है।जो बैरियर कोटिंग की तरह कार्य करता है,जिससे सरफेस का adhesion व corrosion पावर बढ़ जाती है। 

मेटल सरफेस पर केमिकल ट्रीटमेंट का यही पर्पस है , कि सरफेस पर जंग को खत्म करना,अर्थात corrosion resistance की पावर को inhance करता है, जिसके बाद मेटल सरफेस पर defect free even फॉर्म की लेयर मिलती है।

Phosphating- इस प्रक्रिया में पोस्फोरिक अम्ल सरफेस से क्रिया करके फॉस्फेट आयन प्रोड्यूस करता है।जिसके बाद सरफेस पर एक प्रोटेक्टिव  लेयर बन जाती है, जो बैरियर कोटिंग की तरह काम करता है।

यह दो प्रकार का होता है।

1- Iron Phosphate conversion Coating


2 Zinc Phosphate conversion Coating



 

-Step of Pretreatment -


What is Pretreatment -

जब किसी मेटल का हम बिना Pretreatment किये, अगर पेंट अप्लाई करते है, तो निम्न डिफेक्ट आते है,जैसे- Blistering and Peeling, sag Defect और पेंट का adhesion प्रॉपर्टी कम हो जाती है।

इसलिए हम मेटल सरफेस का pretreatment  करते है,

जब मेटल सरफेस या किसी अन्य सरफेस पर पेंट अप्लाई करने से पहले सरफेस की तैयारी करते है,उसे pretreatment कहते हैं।



Reason- जब किसी मेटल की कास्टिंग या फॉर्मिंग की जाती है, तो मेटल सरफेस Greesh ,Oil ,Dust इत्यादि, को रिमूव करने व सरफेस का एडहेसिव पावर व सरफेस पर की गई कोटिंग की ड्यूरेबिलिटी बढ़ाने के लिए Pretreatment करते है।


Pretreatment का process निम्न प्रकार से किये जाते है-

1- Knock of Degreasing -10 मिनट

2- Degreasing  -10 मिनट

3- Derusting    -15-22 मिनट

4- Activation  - 4- 5 मिनट

5- Phosphating 8-10 मिनट

6- Passivation  4-5 मिनट

आदि प्रोसेस होते है


Prepared and written  by ANIL K MAURYA




1 comment:

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